Total Pageviews

Thursday, April 4, 2013

मोहब्बतों में न क़िताब होती है न हिसाब,
बस दो बूंद अश्कों की होती हैं और
मन के कागज़ पर लिखावट ढाई आखर की होती हैं 
-प्रियदर्शन शास्त्री

No comments:

Post a Comment