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Tuesday, July 17, 2012

देश की छवि तथा मीडिया

कहते हैं अमेरिका में तलाक़ बहुत होते हैं इसके अलावा महाशक्ति होते हुए भी बेरोज़गारी एवम् भुखमरी जैसी  समस्याओं से वह जूझ रहा है | अगर विश्वस्तर पर अमेरिका के मीडिया में तलाक़ के समाचार या भुखमरी के समाचार ज़ोर शोर प्रसारित किए जाते तो आज अमेरिका की छवि महाशक्ति के रूप में न हो कर एक निकम्मे राष्ट्र के रूप में होती |  कन्या भ्रूण हत्या एक जघन्य अपराध है | भृकुटी ताने आमीर ख़ान ने अपने प्रोग्राम सत्यमेवजयते के ज़रिए कन्या भ्रूण हत्या का मामला उठाया | अब तक सोई सरकार अचानक जाग गई | मीडिया याने टी. वी. चैनल्स जो टीआरपी के भूक्खड़ हैं को मज़ा आ गया | ख़ान साहब की चारों और वाह वाही हो गई | और बचा बेचारा देश जिसकी छवि में एक दाग और लग गया | एक लड़की के साथ सरे आम छेड़-छाड़ और बलात्कार जैसी घटना हो जाती है आप सब एफ बी वाले जानते हैं कि टीवी पर किस प्रकार उसके बारीक से बारीक पहलू को बड़े विस्तार से चटखारे लेकर दिखाया जाता है | दारासिंह जी गुजर गए परंतु मीडिया का 'एक ब्रेक के बाद' नहीं रुका | लगा की अभी तो हमारे देश में 'पके हुए' फल बहुत हैं | मेरे कहने का मतलब है समस्याओं को आम जनता पैदा करती हैं | उनको पकड़ कर आमिर ख़ान, मीडिया तथा अन्य संस्थाएँ जो मौका परस्त है कमाई कर ऐश करते हैं | आप और हम आमजान यदि नही सुधरे तो समस्याएँ वहीं की वहीं रहेंगी, देश बेचारा बदनाम होता रहेगा | धन्यवाद |

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