मातृत्व क्या है ? मातृत्व एक गुण है | मातृत्व कोमल भाव है | मातृत्व शक्ति है | मातृत्व सुरक्षा भाव है | मातृत्व प्रेम है, दुलार है | उसमें जीव के पालन-पोषण करने का धैर्य है, क्षमता है | संपूर्ण दुनिया से छुपाकर अपने अंदर नए जीव का निर्माण कर उसे दुनिया में प्रस्तुत करने का नाम मातृत्व है | 'मैं संपूर्ण ब्रम्हांड हूँ' अर्थात ब्रम्हांड के सभी गुण मुझमें हैं की थ्योरी मातृत्व पर लागू होती है | मातृत्व संपूर्णता लिए हुए है | अधूरापन मातृत्व कभीं हो नही सकता है | आपने कभी सोचा है कि मातृत्व का गुण ईश्वर ने स्त्री जाती को ही क्यों प्रदान किया है ? ये विशेषता किसी पुरुष को प्रदान क्यों नहीं की ? इसका सीधा सीधा जवाब है कि ऊपर गिनाए गए मातृत्व के सभी गुण स्त्री में होते हैं | शारीरिक बनावट पर मत जाइए वो तो आज वेग्यानिक कुछ भी करकुरा के किसी पुरुष को माता बना देंगे | पुरुष में मातृत्व भाव होता ही नहीं है | मातृत्व गुण का सबसे बड़ा दुश्मन है अहम भाव । पुरुष में अहम होता है | वह कठोर है | मातृत्व सरल है विरल है | पानी में से बूँद अलग होकर उसी में समा जाती है के समान मातृत्व है जबकि पानी में खड़ी चट्टान की तरह पुरुष है | मैं तो कहता हूँ मातृत्व के गुण को पाकर स्त्री जाती को गर्व करना चाहिए | ये वो गुण है जिसके आगे पुरुषत्व कुछ भी नहीं तो फिर स्त्रियाँ ऐसे पुरुषों की बराबरी क्यों करने में लगी हैं ? धन्यवाद |
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